Computer Technology की दुनिया का सबसे अनोखा और सबसे useful invention है. वैज्ञानिकों ने अलग-अलग समय और अलग-अलग उपयोग के अनुसार कई प्रकार के Computer का आविष्कार किया. Computer के इतिहास से लेकर अब तक कई प्रकार के Computer का आविष्कार किया जा चुका है. अक्सर प्रतियोगिता परीक्षाओं में Computer के प्रकार Computer के उदाहरण और इसके उपयोग (types of computer example and uses) के बारे में प्रश्न पूछा जाता है. Computer के कई प्रकार होते हैं जैसे
- Supercomputers.
- Mainframe computers.
- Minicomputers.
- Personal computers (PCs) or microcomputers.
- Analog Computer.
- Digital Computer.
- Hybrid Computer.
Computer के प्रकार और उसके नाम को ही जानना जरूरी नहीं है बल्कि इसके उपयोग और उदाहरण को भी जानना जरूरी है, क्योंकि जरूरत के अनुसार कुछ Computer का उपयोग साधारण कामों के लिए किया जाता है वहीं कुछ Computer का उपयोग वैज्ञानिक गतिविधियों के लिए भी किया जाता है. मतलब अलग-अलग प्रकार के Computer में अलग-अलग हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, और अलग-अलग काम होते हैं. इसलिए को कई भागों में बांटा जाता है आइए Computer के प्रकार (types of computer in hindi) के बारे में जानते हैं.
कार्य प्रणाली, उद्देश्य और आकार के अनुसार COMPUTER के प्रकार
कभी-कभी Computer को उसके कार्य प्रणाली, उद्देश्य और आकार के अनुसार भी बांटा जाता है. लेकिन हमने ऊपर के पोस्ट में Computer के सभी प्रकारों के बारे में विस्तार से जान चुके हैं. लेकिन आकार कार्यप्रणाली और उद्देश्य के आधार पर Computer के निम्नलिखित प्रकार होते हैं.
आकार के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार (BASED ON SIZE)
आकार के अनुसार Computer दो प्रकार के होते हैं
1. Super Computer
2. MainFrame Computer
3. Mini Computer
4. Micro Computer
5. Laptop Computers
6. PALMTOP Computer
कार्यप्रणाली के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार (BASED ON MECHANISM)
कार्य प्रणाली के आधार पर Computer तीन प्रकार के होते हैं
1. Analog Computers
2. Digital Computers
3. Hybrid Computers
उद्देश्य के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार (BASED ON PURPOSE)
उद्देश्य के आधार पर Computer दो प्रकार के होते हैं
1. General-Purpose Computers
2. Special Purpose Computers
COMPUTER के कितने प्रकार होते हैं हिंदी में
मुख्य रूप से, अगर हम Computer के प्रकार को कार्य और उपयोग के आधार पर देखें तो Computer सात प्रकार के होते हैं
- MiniComputer
- Micro Computer
- Mainframe Computer
- Super Computer
- Analog Computer
- Digital Computer
- Hybrid Computer
1. MINICOMPUTER क्या होता है- MINICOMPUTER के कार्य और उदाहरण
MiniComputer का अर्थ छोटा Computer होता है. हालांकि MiniComputer का नाम ही छोटा है लेकिन इसका उपयोग बड़े-बड़े Scientific and Engineering Computation, बड़े-बड़े business transaction processing के लिए किया जाता है. इसके अलावे MiniComputer का उपयोग File Handling, Database Management, Mid Size Server को ऑपरेट करने के लिए के लिए भी MiniComputer का उपयोग किया जाता है. mini computers के example
- DEC PDP and VAX Series Computers
- data general nova
- HP 3000 Series and HP 2100 Series
- Honeywell Bull DPS 6 and DPS 6000 Series
- IBM mid-range computers
- norsk data nord 1 nord 10 and nord 100 computers
2. Micro Computer क्या होता है- Micro Computer के कार्य और उदाहरण
Micro Computer का मतलब वैसे Computer से है जिसमें Data प्रोसेसिंग के लिए Micro processor का इस्तेमाल किया जाता है, इस प्रकार के Computer में Microprocessor के उपयोग होने के कारण Micro Computer का नाम दिया गया. चुकी Computer के इतिहास में fourth generation के Computer में Microprocessor चिप का इस्तेमाल होना शुरू हो गया था. और इसी समय Micro Computer को भी बनाया गया. इसलिए इस Micro Computer को fourth generation computer भी कहा जाता है.
Computer के फोर्थ जनरेशन से पहले Microprocessor चिप का इस्तेमाल नहीं किया जाता था, लेकिन Micro processor के आविष्कार के बाद Micro processor का इस्तेमाल करके Computer के साइज को बहुत ही छोटा बना दिया गया. पहले के सीआरटी मॉनिटर में कैथोड ट्यूब का इस्तेमाल किया जाता था.
लेकिन बाद में Microprocessor चिप की मदद से इसे बहुत ही पतला बना दिया गया. Micro processor के आने से भारी भरकम Computer हल्के और छोटे हो गए, Computer वजन कम और Computer का आकार छोटा हो गया जिसका उपयोग यूज़र बहुत ही आसानी से कर सकते हैं. किसके छोटे size, low price, और low maintenance cost के कारण इसे ऑपरेट करना और एक जगह से दूसरी जगह ले कर जाना काफी आसान हो गया.
सबसे पहला Micro Computer 1976 में एप्पल Computer के द्वारा डिजाइन किया गया था जिसका नाम Apple-1 रखा गया. कुछ समय बाद 1981 में IBM ने भी अपना Micro Computer (personal Computer) बनाया, जिसका नाम IBM 5150 PC दिया
Micro Computer का क्या उपयोग है
Micro Computer को single user के लिए Design किया गया है. लेकिन इसमें इस्तेमाल होने वाला Windows Micro Computer को भी multitasking Computer बना देता है. हम Micro Computer में एक साथ कई सारे टास्क कर सकते हैं, इसलिए Micro Computer को पर्सनल Computer भी कहा जाता है. Micro Computer higher level languages, multimedia, graphics, 3D graphics और games के लिए सक्षम है.
Laptop, Desktop and Personal Digital Assistant (PDA), Calculator, Phone, Notebooks, Work Station और Embedded System Machine (एक ही प्रकार के काम को करने वाले सिस्टम जैसे atm machine, pos machine ) Micro Computer के उदाहरण हैं.
3. Mainframe Computer क्या होता है- Mainframe Computer के कार्य और उदाहरण
Mainframe Computer काफी बड़े Computer होते हैं, इस प्रकार के Computer का उपयोग मुख्य रूप से बड़ी ऑर्गेनाइजेशन के डेटाबेस को स्टोर और डेटाबेस मैनेजमेंट के लिए किया जाता है. जितने भी बड़े सरकारी, प्राइवेट और large business organizations है, वे सभी bulk data processing, जैसे की census, industry और consumer statistics, enterprise resource planning, और transaction processing में Mainframe Computer का ही उपयोग करते हैं.
Mainframe Computer में लगे सीपीयू Data के प्रोसेसिंग प्रोसेस को बहुत ही जल्दी पूरा करता है, वहीं दूसरी तरफ इसमें बहुत ही आसानी से डेटाबेस को मैनेज किया जा सकता है इसलिए इसका उपयोग रेलवे, बैंकिंग, इंश्योरेंस कंपनी, examination department, industries, space orgnisation, defense के Data को रखने और प्रोसेस करने के लिए करती हैं.
Mainframe Computer एक मल्टीपल यूजर Computer है इसमें एक साथ 100 से भी अधिक यूजर एक समय में कार्य कर सकते हैं क्योंकि यह time sharing mode पर कार्य करता है और इसकी word length 48 bits से 64 bits तक की होती है. आईबीएम में सबसे पहला Mainframe Computer System/ 360 को 1964 में बनाया.
हालांकि धीरे-धीरे बैंकिंग, रेलवे, एयरलाइंस कंपनी बिजनेस ट्रांजैक्शन फॉर्म जैसे संस्थान Mainframe Computer को छोड़कर धीरे धीरे क्लाउड कंप्यूटिंग की ओर शिफ्ट हो रहे हैं. Mainframe Computer बनाने वाली कंपनी आईबीएम ने यह कहा है, कि Mainframe Computer बहुत ही जल्द क्लाउड कंप्यूटिंग में बदल जाएगा.
इसलिए, यह कहा जा सकता है कि Mainframe Computer की तुलना में क्लाउड कंप्यूटिंग बेहतर विकल्प है. क्योंकि क्लाउड कंप्यूटिंग पर Data कभी भी खराब नहीं होता है साथ ही जब तक आपके पास इसका आईडी और पासवर्ड है आप Data को कभी भी और कहीं से भी किया जा सकता है.
4. Super Computer क्या होता है- Super Computer के कार्य और उदाहरण
आईटी और Technology सेक्टर में Supercomputers सबसे fastest और सबसे पावरफुल Computer होता है, SuperComputer की प्रोसेसिंग स्पीड एमआईपीएस और flops में मापी जाती है. इसका उपयोग complex Data और engineering problems को Solve करने के लिए किया जाता है.
क्योंकि Super Computer मे RISC (Reduced Instruction Set Computer) processors का इस्तेमाल किया जाता है, जिसके कारण Super Computer parallel processing के द्वारा ten trillion individual calculations को भी कुछ ही सेकंड में प्रोसेस कर लेता है, इसलिए इसका उपयोग और भी कई कार्यों जैसे weather forecasting, code breaking, genetic analysis, astronomy और molecular science के लिए किया जाता है.
दुनिया का पहला Super Computer का आविष्कार saymour cray ने 1925 से 1996 के दौरान किया. Super Computer बनाने में सबसे ज्यादा योगदान इन्हीं का था, इसलिए saymour cray को father of super computer कहा जाता है.
दुनिया का पहला Super Computer CDC6600 था, जिसे 1964 में बनाया गया. लेकिन वैश्विक तौर पर दुनिया का पहला Super Computer cray-1 को माना गया जिसे 1975 में बनाया गया था.
लेकिन अब आपके मन में यह सवाल आ रहा हूं आपकी भारत का पहला Super Computer क्या था. भारत का पहला Super Computer param 8000 था. जिसे विजय भाटकर ने 1991 मे बनाया था. और इसे cdac के द्वारा असेंबल्ड किया गया था. इंडिया में बनने वाले सभी Super Computer का नाम param नाम से ही शुरू होता है. Computer के क्षेत्र में PARAM ka full form PARALLEL MACHINE होता होता है.
अब तक की दुनिया का Super Computer जापान के द्वारा बनाया गया है. जिसका नाम fujitsu fujaku है. यह riken & fujitsu के द्वारा नवंबर 2020 में डेवलप किया गया था. और इस दुनिया के सबसे फास्ट Super Computer कहा जाता है. उसकी Data प्रोसेसिंग की स्पीड 442010 teraflops per second की है. भारत का सबसे तेज Super Computer param siddhi AI है, जिसे DST & MEITY के द्वारा 16 नवंबर 2020 को डेवलप किया गया. भारत का सबसे तेज Super Computer की स्पीड 5.267 petaflops है.
5. Analog Computer क्या होता है- Analog Computer के कार्य और उदाहरण
Analog Computer का उपयोग ऐसे Data को कैलकुलेट करने के लिए किया जाता है, जिसमें डेटा लगातार बदलता (varying) रहता है. Analog Computer में continuous physical quantity जैसे दाब, ताप, लंबाई, ऊंचाई जैसी भौतिक राशियों को मापने के लिए किया जाता है. इसलिए इसका ज्यादातर इस्तेमाल current flow, temperature, blood pressure, heart beats को measure करने के लिए किया जाता है
Analog Computer रियल टाइम Data को दिखाते हैं, यह Computer एक ही समय में एक Input लेता है, और Output के तौर पर दिखाता है, पहले Data को प्रोसेस करने के बाद ही दूसरा Data को Input के तौर पर लेता है. और फिर उसे प्रोसेस कर उसे फिर से Output के तौर पर दिखाता है. क्योंकि Analog Computer में मेमोरी स्टोरेज की कोई सुविधा नहीं होती, या बहुत ही कम होती है इसलिए वह पुराने Data को स्टोर करके नहीं रखता है.
यदि हम आसान भाषा में समझे तो Analog Computer वह Computer है, जो Data को प्रोसेस करने के लिए analog signal का उपयोग करता है. Analog Computer में इंफॉर्मेशन और Data को देखने के लिए curves display का उपयोग किया जाता है. Analog Computer का उपयोग Digital Camera, Digital Watches, Thermometer, Scanner, Speedometer, Seismometer, Bolt-meter इत्यादि में किया जाता है.
5. Digital Computer क्या होता है- Digital Computer के कार्य और उदाहरण
Digital Computer का आविष्कार अमेरिका के भौतिक विज्ञान john vincent atanasoff ने 1930 में किया था. Digital Computer बायनरी नंबर सिस्टम का के आधार पर काम करता है, इस प्रकार के Computer में text, graphics, और pictures भी डिस्प्ले होते हैं . यानी किसी भी कैलकुलेशन और ऑपरेशन को करने के लिए बायनरी भाषा Zero और 1 का उपयोग करता है.
Digital Computer ON-OFF signal के आधार पर Data का Input लेते हैं और इसी के आधार पर Output देता है. बाइनरी नंबर सिस्टम के अनुसार 1 ON को represent करता है और 0 OFF को represent करता है.
यानी Digital Computer में जब भी हम कोई numerals, letters या special symbols लिखते हैं तो Digital Computer उसे बाइनरी नंबर सिस्टम (1 और 0) के आधार पर उसे कन्वर्ट करता है और समझता है.
क्योंकि Digital Computer binary 1 या 0 के आधार पर काम करता है इसलिए यह numeric के साथ साथ non-numeric data को process जैसे addition, subtraction, multiplication, division करने में सक्षम होता है, इस प्रकार के Computer में logical operations और calculation भी किया जा सकता है.
Digital Computer के मुख्य भाग में कीबोर्ड माउस ट्रैकबॉल सीपीयू एल यू यू कंट्रोल यूनिट मेमोरी और कुछ Output डिवाइस का उपयोग किया जाता है इसे आमतौर पर मैथमेटिकल कैलकुलेशन Data स्टोर करने वीडियो और फोटो एडिटिंग, उद्योगों में ऑटोमेटिक मशीनों को चलाने के अलावा चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में भी किया जाता है.
5. Hybrid Computer क्या होता है- Hybrid Computer के कार्य और उदाहरण
Digital Computer और Analog Computer कि कुछ एडवांटेज है, तो कुछ डिसएडवांटेज भी है. इसलिए Analog Computer की speed और Digital Computer की memory और accuracy दोनों को मिलाकर एक Computer बनाया गया, जिसे Hybrid Computer कहा जाता है.
Hybrid Computer की यह विशेषता है, कि वह Analog और Digital दोनों सिगनल को Input के रूप में ले सकता है. और दोनों सिग्नल को Output के रूप में प्रोसेस कर सकता है. क्योंकि यह Computer अन्य Computer की तुलना में काफी महंगे होते हैं, इसलिए इसका उपयोग छोटे स्तर पर नहीं किया जाता है.
दुनिया का पहला Hybrid Computer packard bell के द्वारा 1961 में बनाया गया. जिसका नाम hycom 250 था. दुनिया का दूसरा Hybrid Computer hydac 2400 को 1963 में बनाया गया.
Hybrid Computer का क्या उपयोग है
- Hybrid Computer का उपयोग पेट्रोल पंप में पैसे से fule में कन्वर्ट करने के लिए किया जाता है
- Hybrid Computer का उपयोग रडार और सोनार सिस्टम के अलावे रक्षा क्षेत्र एयरलाइंस और जहाजों में भी किया जाता है
- चिकित्सा के क्षेत्र में Hybrid Computer का उपयोग आईसीयू, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड मशीन किया जाता है.
- Hybrid Computer का उपयोग वर्तमान समय में आम हो गया है इसका उपयोग मौसम प्रणाली के सीएनजी, बिजली और गैस से चलने वाले वाहन में किया जाता है
- एटीएम मशीन मे भी Hybrid Computer का ही उपयोग होता है
- Hybrid Computer का सबसे अच्छा उदाहरण सेल फोन है इसमें Analog सिगनल को Digital सिगनल में बदलने के लिए किया जाता है
COMPUTER के प्रकार और उसके उपयोग – आपने क्या सीखा
वर्तमान समय में Computer एक बहुत ही अनोखा अविष्कार है आज पूरी Digital दुनिया इस Computer से ही जुड़ी हुई है, आने वाले समय में Metaverse और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इसी Computer पर काम कर रही है. इस पोस्ट में हमने उद्देश्य, कार्यप्रणाली और आकार के आधार पर Computer के प्रकार को विस्तृत रूप से जाना.
यदि आपने Computer के प्रकार (Types of Computer in Hindi) को ठीक से पढ़ा होगा तो, परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों को आप आसानी से बना सकते हैं, यदि ” Computer कितने प्रकार के होते हैं” से जुड़ा यह पोस्ट आपके लिए हेल्पफुल रहा तो आप इसे शेयर जरूर करें
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